आरोपों में फंसे अफसरों की सुस्ती से बढ़ गई ओवरलोडिंग
ओवरलोड ट्रकों से चल रहे करोड़ों की वसूली के खेल का खुलासा होने के बाद आरटीओ दफ्तर की प्रवर्तन की टीम सुस्त हो गई है। सोमवार को लंबे अंतराल के बाद प्रवर्तन की टीम ने सड़क पर गाड़ियों की जांच की लेकिन यह पूरी तरह औपचारिक ही रहा। अफसरों की सुस्ती से ओवरलोडिंग करने वाले वाहनों की चांदी है। पिछले 10 दिनों में आरटीओ की वसूली लगभग ठप हो गई है।
जांच की जद में आने के बाद एआरटीओ एसपी श्रीवास्तव, पीटीओ इरशाद और अन्य सिपाही सड़क पर गाड़ियों का चालान करते नहीं दिखे। सोमवार को दोनों अधिकारी गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर वाहनों की जांच को निकले। इस दौरान बमुश्किल आधा दर्जन वाहनों का चालान किया गया। ओवरलोड ट्रकों से वसूली के मामले में जांच के घेरे में आए एआरटीओ प्रवर्तन एसपी श्रीवास्तव एवं पीटीओ इरशाद अली मेडिकल छुट्टी पर चले गए थे। इससे आरटीओ प्रवर्तन दल का काम पूरी तरह से ठप हो गया था। इन दोनों अधिकारियों के छुट्टी से वापस आने के बाद आरटीओ की प्रवर्तन टीम एक बार फिर से सक्रिय हो गई और वाहनों की जांच शुरू कर दी है। वहीं दूसरी तरफ आरोपों की जद में आये अफसरों की विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। आरटीओ के बड़े अफसर आरोपितों की सम्पत्तियों का भी ब्योरा जुटा रहे हैं।
रोज एक लाख रुपये के राजस्व का नुकसान
आरटीओ की प्रवर्तन की टीम महीने भर में 30 लाख से अधिक राजस्व वसूलती है। एक दिन में 75 हजार से सवा लाख तक वसूली होती है। पिछले दस दिनों आरटीओ को पांच लाख से अधिक राजस्व का नुकसान हो चुका है। कार्रवाई की जद में फंसने से स्कूली बसों के खिलाफ प्रस्तावित अभियान पर भी असर पड़ रहा है।
दिल्ली चुनाव के बाद कार्रवाई संभव
मुख्यमंत्री से लेकर परिवहन मंत्री दिल्ली चुनाव में व्यस्त हैं। आरटीओ के सूत्रों का कहना है कि दिल्ली चुनाव के बाद आरोपी अफसरों पर गाज गिर सकती है।
बोले आरटीओ प्रवर्तन
ओवरलोड वाहनों की जांच प्रभावित हुई है लेकिन जल्द ही जांच तेज की जाएगी। एआरटीओ और पीटीओ ने सोमवार को जांच की है। विभागीय जांच भी मुख्यालय द्वारा की जा रही है।
- डीडी मिश्रा, आरटीओ प्रवर्तन